महिला यात्री ने ड्राइवर को रंगे हाथों पकड़ा, सोशल मीडिया पर उठे सवाल- क्या ऐप आधारित सवारी सुरक्षित हैं?
बेंगलुरू से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसमें एक महिला ने रैपिडो ऑटो ड्राइवर पर उसका बैग चोरी करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे यात्रियों, खासकर महिला यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
घटना की पूरी जानकारी
यह घटना बेंगलुरु की है, जहां मॉडल और फैशन डिजाइनर जाह्नवी क्षत्रिय ने रैपिडो ऑटो-रिक्शा बुक किया था। यात्रा के दौरान उन्हें लगा कि ड्राइवर बार-बार पीछे मुड़कर उन्हें घूर रहा है, जिससे वह असहज महसूस कर रही थीं।
जाह्नवी ने तुरंत सावधानी बरती और अपने एक दोस्त को मैसेज कर बताया कि बैटरी कम होने के कारण उनका फोन जल्द ही बंद हो सकता है। इस दौरान उन्होंने ड्राइवर से अनुरोध किया कि वह सवारी समाप्त होने से पहले भुगतान करना चाहती हैं। ड्राइवर ने यह अनुरोध स्वीकार कर लिया। लेकिन कुछ ही देर बाद ड्राइवर ने “फोन चार्ज करने” के बहाने उनका फोन ले लिया, जिसे अब जाह्नवी अपनी गलती मानती हैं।
ड्राइवर रंगे हाथों पकड़ा गया
यह घटना तब और गंभीर हो गई जब जाह्नवी कॉफी पाउडर खरीदने के लिए थोड़ी देर के लिए बाहर गईं। जब वह वापस लौटीं तो उन्होंने देखा कि ऑटो ड्राइवर उनके हैंडबैग की ज़िप खोलने की कोशिश कर रहा था।
जाह्नवी के मुताबिक, “ड्राइवर को नहीं पता था कि मैं उसके पीछे खड़ी हूं। वह मेरे बैग की ज़िप खोल रहा था और उसमें फंसी रकम निकालने की कोशिश कर रहा था।”उन्होंने तुरंत ड्राइवर को रंगे हाथों पकड़ लिया और उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया।
ड्राइवर ने बहाने बनाए, महिला ने सार्वजनिक पोस्ट किया
वीडियो में ड्राइवर अलग-अलग बहाने बनाता दिख रहा है- कभी वह किसी राहगीर को दोषी ठहरा रहा था तो कभी अपने इरादों को सही ठहरा रहा था। लेकिन जाह्नवी ने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया और गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर भी सार्वजनिक किया।
जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। कई लोगों ने महिला की सतर्कता और हिम्मत की तारीफ की, तो कुछ ने रैपिडो और अन्य ऐप-आधारित परिवहन सेवाओं पर सवाल उठाए।
सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई
घटना के बाद ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर यूजर्स ने अपना गुस्सा जाहिर किया। कुछ लोगों ने कहा, “ऐसी घटनाएं महिलाओं की स्वतंत्र आवाजाही में बाधा हैं,” जबकि अन्य ने मांग की कि रैपिडो जैसे प्लेटफॉर्म को सख्त सुरक्षा नीतियां लागू करनी चाहिए।
रैपिडो ने मांगी माफी, दी सफाई
महिला द्वारा लगाए गए आरोपों और वायरल वीडियो के बाद रैपिडो ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल से सार्वजनिक माफी जारी की। उन्होंने लिखा कि वे यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं और घटना की जांच की जा रही है।
कंपनी ने आगे स्पष्ट किया कि ऐसे ड्राइवरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत किया जाएगा।
यात्रा सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
यह घटना उन यात्रियों के लिए चेतावनी है जो ऐप-आधारित परिवहन को सुरक्षित मानते हैं। ऐसे मामलों में कई बार देखा गया है कि महिला यात्रियों को यात्रा के दौरान असुविधा, छेड़छाड़ या चोरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यात्रियों को सतर्क रहना चाहिए और जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद लेनी चाहिए। साथ ही परिवहन कंपनियों को ड्राइवरों की स्क्रीनिंग, प्रशिक्षण और निगरानी की प्रक्रिया को मजबूत करने की जरूरत है।
निष्कर्ष: सतर्कता ही सुरक्षा है
जाह्नवी क्षत्रियों ने जो साहस दिखाया है, वह सराहनीय है। उन्होंने न केवल खुद को बचाया बल्कि एक सामाजिक मुद्दे को भी उजागर किया। यह घटना सिखाती है कि अगर महिलाएं सतर्क रहें और समय रहते सही कदम उठाएं तो वे न केवल खुद को सुरक्षित रख सकती हैं बल्कि समाज को भी एक सकारात्मक संदेश दे सकती हैं। ऐप आधारित परिवहन सेवाओं को अब यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता बनानी होगी, अन्यथा उनका भरोसा टूटता रहेगा।
