बेंगलुरु ऑटो-चालक की IIM-B जैकेट वाली प्रेरक कहानी | मेहनत और इंसानियत का उदाहरण
Title: Inspirational Story of a Bengaluru Auto Driver: A Heartwarming Conversation Sparked by an IIM-B Jacket A heartwarming conversation between […]
Title: Inspirational Story of a Bengaluru Auto Driver: A Heartwarming Conversation Sparked by an IIM-B Jacket A heartwarming conversation between […]
भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री एक ऐसे बदलाव के समय से गुजर रही है, जहाँ अब अच्छे-बहुवीं इंजन या बेहतरीन डिज़ाइन ही सफलता का सेफ़ टाइपर नहीं रहा। अब केवल ग्राहक का अनुभव (Customer Experience) ही सबसे बड़ा निर्धारक बन गया है। कंपनियाँ अपने शuşकों को व्यक्तिगत,
प्रस्तावना भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री, जो लंबे समय से स्थिरता और परंपराओं के साथ आगे बढ़ रही थी, आज एक ऐतिहासिक
बेंगलुरु में ऑटो सेवाओं के लिए लोकप्रिय ड्राइवर-प्रथम ऐप नम्मा यात्री इन दिनों यात्रियों के गुस्से का सामना कर रहा
भारत के ऑटो भाग निर्माण उद्योग ने वित्त वर्ष 2024-25 में ₹6.73 लाख करोड़ (लगभग USD 80.20) के रिकॉर्ड टर्नओवर
बेंगलुरु: आधुनिक तकनीक के इस दौर में जहां लोग ट्रेनिंग के लिए ज्यादा एक्सरसाइज कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग
महिला यात्री ने ड्राइवर को रंगे हाथों पकड़ा, सोशल मीडिया पर उठे सवाल- क्या ऐप आधारित सवारी सुरक्षित हैं? बेंगलुरू
जहाँ लालच हावी है, वहाँ इंसानियत की मिसाल जगमगा रही है आज के दौर में जब ईमानदारी और नैतिक मूल्य
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का क्रेज दिन-ब-दिन बढ़ता ही रहा है। पेट्रोल और डीजल के दामों में इजाफा, पर्यावरण प्रदूषण, और सरकार द्वारा ईवी (EV) को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों के कारण अब लोग ग्लोरियस बाइक के बजाय इलेक्ट्रिक
मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा एक कॉम्पैक्ट एसयूवी है, जो अपने खूबसूरत डिजाइन, मजबूत हाइब्रिड और पेट्रोल इंजन और ऑल-व्हील-ड्राइव विकल्प