‘The Old Guard 2’ रिव्यू: अमर योद्धाओं की वापसी, भावनाओं और एक्शन से भरपूर एक शानदार सीक्वल

‘द ओल्ड गार्ड 2’ पहली फिल्म से भी बड़े कैनवास, गहरे भावनात्मक संघर्ष और नई चुनौतियों के साथ लौटी है

2020 में रिलीज हुई ‘द ओल्ड गार्ड’ ने सुपरहीरो फिल्मों की भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाई। जब दूसरी फिल्में सिर्फ चमक-दमक और एक्शन पर केंद्रित थीं, तब इस फिल्म ने अमर किरदारों के अस्तित्व पर गंभीर सवाल उठाए। यह एक ऐसी टीम की कहानी थी, जिसने बिना किसी नाम या शोहरत के मानवता की भलाई के लिए काम किया। लेकिन क्या ऐसा कॉन्सेप्ट दूसरी बार काम कर सकता है? ‘द ओल्ड गार्ड 2’ इस सवाल का जवाब है- “हां, और वो भी ज्यादा दमदार तरीके से!”

नई कहानी, नई चुनौतियां

फिल्म वहीं से शुरू होती है, जहां पहली फिल्म खत्म हुई थी। क्विन (वेरोनिका एनगो), जिसे समुद्र की गहराई में खोया हुआ माना जाता था, अब वापस आ गई है। लेकिन यह वापसी किसी हीरो की तरह नहीं बल्कि भावनात्मक जटिलताओं और गुस्से से भरी है। क्विन, जो एंडी (चार्लीज थेरॉन) की गर्लफ्रेंड थी, अब अकेली नहीं है। उसे डिस्कॉर्ड (उमा थुरमन) द्वारा खोजा जाता है – एक और रहस्यमय अमर जो मानवता के मामलों में एंडी के हस्तक्षेप से नाराज़ है।

क्विन, जो परित्यक्त और अकेला महसूस करती है, अब डिस्कॉर्ड के लिए एक शक्तिशाली मोहरा बन जाती है। फिल्म का यह हिस्सा एक गहरे भावनात्मक संघर्ष को दर्शाता है, जिसमें प्यार, विश्वासघात, अपराधबोध और पछतावा सभी एक साथ आते हैं।

सुपरहीरो से ऊपर देवताओं की लड़ाई

जबकि पहली फिल्म में मानवता की रक्षा करने वाले सुपरहीरो केंद्र में थे, ‘द ओल्ड गार्ड 2’ एक स्तर ऊपर उठ गया है। अब कहानी केवल इंसानों के बारे में नहीं है, बल्कि देवताओं जैसे अमर प्राणियों के बीच संघर्ष के बारे में भी है। यह बदलाव फिल्म को और अधिक गंभीर, गहन और रोमांचकारी बनाता है।

निर्देशक विक्टोरिया महोनी ने इस बार न केवल कहानी को आगे बढ़ाया है, बल्कि इस ब्रह्मांड का विस्तार भी किया है। नए पात्रों (जैसे हेनरी गोल्डिंग द्वारा अभिनीत तुआ) की एंट्री कहानी में नई परतें जोड़ती है। पुराने पात्रों का विकास और नए पात्रों का रहस्य फिल्म को रोमांचक बनाए रखता है।

भावनात्मक गहराई और नैतिक सवाल

फिल्म सिर्फ एक्शन या सुपरपावर पर ही निर्भर नहीं है, बल्कि यह उन नैतिक और भावनात्मक पहलुओं को भी उजागर करती है जो सदियों तक जीने वाले किसी भी प्राणी के मन में उठ सकते हैं।

क्या हमेशा के लिए जीना वरदान है या अभिशाप? क्या किसी को बचाने की कोशिश करना हमेशा सही होता है, चाहे इसके परिणाम कुछ भी हों? क्या अमर लोग भी इंसानों की तरह प्यार में पड़ सकते हैं, धोखा खा सकते हैं?

फिल्म इन सवालों को बहुत खूबसूरती से उठाती है। एंडी का अब नश्वर हो जाना, क्विन का अपनी ही गर्लफ्रेंड से संघर्ष और नए अमर लोगों की खोज – ये सब दिखाता है कि अमरता भी मानवीय भावनाओं से अछूती नहीं है।

एक्शन और सिनेमेटोग्राफी की बात करें तो

फिल्म में एक्शन शानदार है। यह पहले भाग से भी ज्यादा इंटेंस और स्टाइलिश है। कैमरा वर्क, लोकेशन और विजुअल इफेक्ट्स सब मिलकर एक सिनेमैटिक अनुभव देते हैं। लेकिन फिल्म की असली ताकत इसके किरदार और उनकी कहानियां हैं, जो दर्शकों को उनके संघर्षों से जोड़ने में कामयाब होती हैं।

क्या यह सीक्वल सफल है?

हां, बिल्कुल। ‘द ओल्ड गार्ड 2’ एक बेहतरीन सीक्वल है जो न केवल पहले भाग की खामियों को ठीक करता है बल्कि उस ब्रह्मांड को समृद्ध भी करता है। नए और पुराने किरदारों का संतुलन, भावनात्मक गहराई और बेहतर स्क्रिप्ट इसे एक सफल अलौकिक नाटक बनाती है।

निष्कर्ष

अगर आपको सुपरहीरो फिल्में पसंद हैं लेकिन आप कुछ अलग और गहरी तलाश रहे हैं, तो ‘द ओल्ड गार्ड 2’ जरूर देखें। यह सिर्फ एक एक्शन फिल्म नहीं है, बल्कि यह एक दार्शनिक यात्रा है – अमरता, प्रेम, नैतिकता और संघर्ष की।

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